Tuesday 15 June 2021

 मजबूरी के साथ कभी मुझे प्यार मत करना,

एहसान करके मुझे कभी खुशिया दान मत करना,

दिल करे तो सच्चा प्यार करना वरना…

झूठी अफवाओं से मुझे बदनाम ना करना। 💘

 प्यार वो है जो जज्बात को समझे,

मोहब्बत वो है जो एहसास को समझे,

मिलते हैं जहाँ में बहुत अपना कहने वाले,

पर अपना वो है जो बिन कहे हर बात समझे। 💘

 इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,

खामोशियो की आदत हो गयी है,

न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,

अगर है तो एक मोहब्बत,

जो इन तन्हाइयों से हो गई है। 💘

 आदत सी लग गई है तुझे हर वक़्त सोचने की

अब इसे प्यार कहते हैं या पागलपन ये मुझे पता नहीं।

 चाहने वाले तो मिलते ही रहेंगे तुझे सारी उम्र,

बस तू कभी जिसे भूल न पाए वो चाहत हमारी होगी।

 मोहब्बत ऐसी हो एक दिन बात हो,

दूसरे दिन मुलाकात हो और तीसरे दिन बारात हो।

 बड़ी गहराई से चाहा है तुझे,

बड़ी दुआओं से पाया है तुझे,

तुझे भुलाने की सोचु भी तो कैसे,

किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझे।

 मजबूरी के साथ कभी मुझे प्यार मत करना, एहसान करके मुझे कभी खुशिया दान मत करना, दिल करे तो सच्चा प्यार करना वरना… झूठी अफवाओं से मुझे बदनाम न...